अमित शाह चुनावी राजनीति के सबसे मंजे हुए खिलाड़ियों में गिने जाते हैं और वह अच्छी तरह जानते हैं कि चुनाव जीतने के लिए कौन-कौन से तत्व कितने महत्वपूर्ण होते हैं? संपर्क माहौल बनाने में एक भूमिका निभा सकता है, इसलिए वह इसे पहले ही निपटा देना चाहते हैं। इसके आगे चुनाव लड़ने के लिए जमीनी यथार्थ के हिसाब से कई तरह के समीकरण साधने पड़ते हैं। अगर माहौल बनाने का काम पहले हो जाता है, तो शायद बाकी के लिए उन्हें पर्याप्त वक्त मिल जाएगा।
अमित शाह जिस समय मुंबई में उद्धव ठाकरे से मिल रहे थे, लगभग उसी समय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक किसान रैली को संबोधित कर रहे थे। अमित शाह के विपरीत राहुल की नजर अभी शायद मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के विधानसभा चुनावों से आगे नहीं देख रही। उन्हें लगता है कि अगर इन राज्यों में पार्टी को प्रदर्शन अच्छा रहा, तभी कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनेगा। इन तीनों राज्यों में अपनी सरकार बचाना भाजपा के लिए भी एक चुनौती है, लेकिन उसका बड़ा फोकस केंद्र में सरकार बनाए रखने पर है। वैसे भी भाजपा राज्यों के चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि के आधार पर ही लड़ रही है, और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का ताजा अभियान भी इसी छवि को नया निखार देने के लिए है।
संपर्क फॉर समर्थन Editorial page 08th June 2018
By: D.K Chaudhary