By: D.K Choudhary
1.भारतीय संविधान का निर्माण करने वाली संविधान सभा का गठन जुलाई 1946 को कैबिनेट मिशन के आधार पर हुआ।
2. संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसंबर 1946 को संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष मे आयोजित की गई थी।
3. डॅा. सच्चिदानंद सिन्हा को संविधान सभा का अस्थायी अध्यक्ष के रुप मे चुना गया था।
4. संविधान सभा के स्थायी अध्यक्ष के रुप मे 11 दिसंबर 1946 को डॅा राजेंद्र प्रसाद को चुना गया ।
5. संविधान सभा के उपाध्यक्ष के रुप में एच. सी. मुखर्जी एवं विधिक सलाहकार के रुप में न्यायाधीश वी. एन. राव को चुना गया था।
6. संविधान सभा में हैदराबाद रियासत के प्रतिनिधि शामिल नहीं हुए थे।
जवाहर लाल नेहरू द्वारा 13 दिसंबर 1946 उद्देश्य प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया था
7. 22 जनवरी 1947 को उद्देश्य प्रस्ताव पारित कर दिया गया तथा संविधान निर्माण के लिए विभिन्न समितियों की नियुक्ति हुई।
8. प्रारूप समिति संविधान सभा की सभी समितियों में सबसे महत्वपूर्ण समिति थी, जिसने मुख्य संविधान का निर्माण किया।
9. प्रारूप समिति के सात सदस्य थे -1. डॅा बी. आर. अंबेडकर ( अध्यक्ष ) , 2. एन. गोपालास्वामी आयंगर, 3. अल्लादी कृष्णस्वामी अय्यर, 4. डॅा के. एम. मुंशी, 5. सय्यैद मोहम्मद सादुल्ला, 6. बी. एल. मित्र ( इनका स्थान एन. माधवराव ने लिया ), 7. डी. पी. खेताान ( इनका स्थान टी. टी कृष्णामाचारी ने लिया।
10.प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. बी. आर. अंबेडकर थे , जिन्हें भारतीय संविधान का जनक ( पितामह ) कहा जाता है।
11. संविधान को अंतिम रुप से पारित करते समय संविधान सभा के 284 सदस्य उपस्थित थे, जिन्होंने इस पर हस्ताक्षर किए।
12. संविधान की स्वीकृति 26 नवंबर 1949 को हुई जिसके बाद कुछ अनुच्छेद तुरंत लागू कर दिए गए जैसे – नागरिकता, निर्वाचन, अंतरिम संसद से संबंधित उपबंध तथा अस्थायी एवं संक्रमणीय उपबंध आदि।
13.संविधान सभा की अंतिम बैठक 24 जनवरी 1950 को सम्पन्न हुई ।
14. जनवरी 1950 को संविधान पूर्ण रुप से लागू कर दिया गया।
15. संविधान निर्माण के लिए लगभग 60 देशों के संविधान का अध्ययन किया गया था।
16. संविधान पारित करते समय संविधान में 12 भाग 365 अनुच्छेद एवं 8 अनुसूचीयाँ थी, वर्तमान समय में 22 भाग 395 अनुच्छेद 12 अनुसूचीयाँ है।